भगवान शिव का साक्षात् स्वरूप रुद्राक्ष
रुद्राक्ष को भगवान शिव का साक्षात् स्वरूप माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार जिस व्यक्ति के पास रुद्राक्ष के रूप में स्वयं भगवान शिव हों उस पर कभी कोई कष्ट नहीं आ सकता। ऐसे व्यक्ति से हर प्रकार की बुराई और नकारात्मक शक्तियां दूर रहती हैं। भगवान शिव का रुद्र रूप है ग्यारह मुखी रुद्राक्ष। ग्यारह मुखी रुद्राक्ष को भगवान शिव की कृपा पाने का सबसे सरल और प्रभावकारी तरीका माना गया है। दस मुखी रुद्राक्ष को शिखा में बांधना या गले में धारण करना चाहिए। ग्यारह मुखी रुद्राक्ष को भगवान इंद्र का स्वरूप माना जाता है।
रुद्राक्ष के लाभ
Astrovidhi ग्यारह मुखी रुद्राक्ष को धारण करने और नियमित इससे मंत्र का जाप करने से अश्वमेघ यज्ञ जितना फल प्राप्त होता है।
Astrovidhi ग्यारह मुखी रुद्राक्ष से सबसे ज्याद व्यापारियों को लाभ मिलता है क्योंकि इससे आय के स्रोत खुलते हैं और व्यापार में वृद्धि होती है एवं नए अवसर प्राप्त होते हैं।
रुद्राक्ष के लाभ
यदि आप किसी रोग से मुक्ति पाना चाहते हैं तो आपको Astrovidhi ग्यारह मुखी रुद्राक्ष से लाभ होगा।
इस Astrovidhi ग्यारह मुखी रुद्राक्ष को धारण करने वाले व्यक्ति को राजनीति, कूटनीति और हर क्षेत्र में विजय हासिल होती है।
संतान प्राप्ति की इच्छा रखते हैं या पति की तबियत खराब रहती है तो Astrovidhi ग्यारह मुखी रुद्राक्ष धारण करें।
कैसे करें प्रयोग
Astrovidhi ग्यारह मुखी रुद्राक्ष को सोमवार, शुक्रवार या एकादशी के दिन ही धारण करना चाहिए। इस रुद्राक्ष को धारण करने का मंत्र “ॐ ह्रीं हूं नमः” है। इसके पश्चात् तीन माला का “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप करें। इससे आपको ग्यारह मुखी रुद्राक्ष का दस गुना अधिक लाभ प्राप्त होगा।
हमसे क्यों लें
Astrovidhi ग्यारह मुखी रुद्राक्ष को हमारे पंडितजी द्वारा अभिमंत्रित कर के आपके पास भेजा जाएगा जिससे आपको शीघ्र अति शीघ्र इसका पूर्ण लाभ मिल सके। आप Astrovidhi ग्यारह मुखी रुद्राक्ष को लॉकेट के रूप में भी ले सकते हैं।
The post नि:संतान लोगों के लिए वरदान है भगवान शिव का ये उपाय appeared first on AstroVidhi.