रुद्राक्ष को स्वयं भगवान शिव का रूप माना जाता है। रुद्राक्ष के कई विभिन्न रूप हैं जिनमें से आठ दिशाओं और आठ सिद्धियों का नेतृत्व करता है आठ मुखी रुद्राक्ष। इस रुद्राक्ष को पहनना गंगा में स्नान करने जितना महत्व रखता है। केवल आठ मुखी रुद्राक्ष ही नहीं बल्कि किसी भी रुद्राक्ष को धारण करने से आपको पुण्य की प्राप्ति होती है।
भगवान गणेश को आठ मुखी रुद्राक्ष का प्रधान देवता माना जाता है। गणेश जी से संबंधित होने के कारण ये रुद्राक्ष सभी तरह के विघ्नों का नाश करता है। मंगलकारी गणेश जी से संबंणित आठ मुखी रुद्राक्ष जीवन से सभी अशुभ शक्तियों का नाश करता है।
साथ ही इसे भैरो देव का स्वरूप भी माना गया है। इसे धारण करने से भैरव बाबा भी प्रसन्न्न होते हैं। आठ मुखी रुद्राक्ष केतु ग्रह से संबंधित है अर्थात् केतु ग्रह जीवन में बाधाओं और परेशानियों की जड़ होता है।
केतु का यह रुद्राक्ष
केतु का यह रुद्राक्ष धारण करने से केतु द्वारा उत्पन्न समस्याओं से छुटकारा मिलता है। केतु के अशुभ प्रभावों को आठ मुखी रुद्राक्ष दूर करता है। आठ मुखी रुद्राक्ष को धारण करने वाले व्यक्ति को कभी भी असफलता से डर नहीं लगता। उसमें चुनौतियों का सामना करने की शक्ति आती है।
आठ मुखी रुद्राक्ष धारण करने से आपकी ऊर्जा और शक्ति में बढ़ोत्तरी होती है। इसके पास होने से व्यक्ति को कभी भी धन की कमी महसूस नहीं होती है।
भगवान गणेश से संबंधित आठ मुखी रुद्राक्ष ज्ञान और बुद्धि प्रदान करता है। इससे आपके जीवन में संतुलन आता है और आपके आत्मविश्वास में बढ़ोत्तरी होती है।
केतु के प्रकोप को शांत करने के लिए
अगर आपकी कुंडली में केतु की दशा के कारण परेशानियां उत्पन्न हो रही हैं तो आपको 8 मुखी रूद्राक्ष धारण करने से लाभ होगा। केतु के प्रकोप को शांत करने के लिए 8 मुखी रुद्राक्ष उत्तम उपाय है।
आठ मुखी रुद्राक्ष का सबसे बड़ा फायदा ये है कि इसे धारण करने से भय और अकाल मृत्यु का डर समाप्त हो जाता है। अगर आपको बहुत ज्यादा भय लगता है तो आप आठ मुखी रुद्राक्ष धारण कर सकते हैं।
इन्हें करना चाहिए धारण
जो लोग ज्ञान से संबंधित कार्य करते हैं या लेखक, छात्रों, शिक्षकों और समीक्षकों को आठ मुखी रुद्राक्ष धारण करने से लाभ होता है। साथ ही ये रुद्राक्ष व्यापारियों और नौकरीपेशा लोगों के मार्ग की बाधाओं को दूर करने की शक्ति रखता है।
आठ मुखी रुद्राक्ष के स्वास्थ्यवर्द्धक लाभ
आठ मुखी रुद्राक्ष सेहत के लिए भी कई तरह से फायदेमंद है। आठ मुखी रुद्राक्ष धारण करने से पैरों और हड्डियों से संबंधित रोग दूर होते हैं।
अर्थराइटिस के लोगों को भी आठ मुखी रुद्राक्ष से लाभ होता है। अर्थराइटिस के रोगी आठ मुखी रुद्राक्ष जरूर धारण करें। इस रुद्राक्ष की ऊर्जा आपको बहुत आराम देगी।
भगवान शंकर के गणों में शामिल
ऐसा माना जाता है कि आठ मुखी रुद्राक्ष धारण करने वाला व्यक्ति मृत्यु के पश्चात् भगवान शंकर के गणों में शामिल होता है। आठ मुखी रुद्राक्ष धारण करने का इससे अच्छा कारण और कोई हो ही नहीं सकता।
आठ मुखी रुद्राक्ष बुद्धि, ज्ञान, धन, यश और उच्च पद की प्राप्ति में सहायक सिद्ध होता है। आठ मुखी रुद्राक्ष को धारण करने के बाद आप इन सबको प्राप्त कर सकते हैं।
8 मुखी रूद्राक्ष की प्रयोग विधि
किसी भी रुद्राक्ष को धारण करने से पूर्व उसे अभिमंत्रित करना बहुत जरूरी होता है। अभिमंत्रित किए बिना आप रुद्राक्ष धारण तो कर सकते हैं लेकिन उसका पूरा फल नहीं प्राप्त कर सकते। इसलिए अगर आप 8 मुखी रुद्राक्ष का पूर्ण फल पाना चाहते हैं तो इसे धारण करने से पहले इसे अभिमंत्रित जरूर करवा लें। आठ मुखी रुद्राक्ष को सोमवार, अमावस्या या पूर्णिमा के दिन धारण करें। इसे धारण करने से पूर्व “ॐ हूँ नमः” मंत्र का जाप करें।
कहां से लें
जैसा कि मैंने आपको पहले भी बताया कि आठ मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से पूर्व उसका अभिमंत्रित होना बहुत जरूरी होता है। आप अभिमंत्रित आठ मुखी रुद्राक्ष AstroVidhi से भी प्राप्त कर सकते हैं। आठ मुखी रुद्राक्ष को हमारे पंडितजी द्वारा अभिमंत्रित कर के आपके पास भेजा जाएगा जिससे आपको शीघ्र अति शीघ्र इसका पूर्ण लाभ मिल सके। इसके पश्चात् आपको बस इसे धारण करना है।
अभिमंत्रित आठ मुखी रुद्राक्ष प्राप्त करने के लिए यहां क्लिक करें
इसके अलावा अगर आप अपने जीवन में अन्य किसी समस्या या मुसीबत से परेशान हैं तो हमें बताएं। हमारे ज्योतिषाचार्य आपकी हर समस्या का समाधान बताएंगें।
किसी भी जानकारी के लिए Call करें : 8882540540
The post आठ मुखी रुद्राक्ष बना सकता है आपके सारे काम – बस ऐसे करें प्रयोग appeared first on AstroVidhi.