पिरामिड का अर्थ शक्ति एवं ऊर्जा से है। यह पिरामिड ब्रह्मांड की ऊर्जा को आकर्षित करते है। ग्रीक भाषा में पायर शब्द का अर्थ है ‘अग्नि’ और मिड का अर्थ है ‘केंद्र’ अर्थात त्रिभुजाकार आकृति जिसमे अग्नि ऊर्जा का केंद्र है। अग्नि एक प्रकार की ऊर्जा ही होती है।
वास्तु पिरामिड की स्थापना के लाभ
वास्तु पिरामिड वास्तु दोष को समाप्त करने के लिए ही बनाया गया है। जिस घर में वास्तु पिरामिड होता है उस घर में आवास करने वाला जातक दीर्घायु, निरोगी और अच्छे धार्मिक विचारों वाला हो जाता है। अपने घर या कार्यस्थल में वास्तु पिरामिड की स्थापना करने से वास्तुदोष पूर्णतः दूर हो जाता है। सकारात्मक ऊर्जा की प्राप्ति होती है तथा मन में धार्मिक विचार उत्पन्न होते है।
आध्यात्मिक विकास
इस पिरामिड की स्थापना से धर्म और आध्यात्म में वृद्धि होती है। मन ईश्वर भक्ति में विलीन हो जाता है। ईश्वर भक्ति में इजाफा होता है, मन में अच्छे विचार पनपने लगते है। घर-परिवार में धार्मिक कार्यक्रम की शुरुआत होती है।
स्मरण-शक्ति और एकाग्रता में वृद्धि
बच्चों की बुद्धि के विकास के लिए यह वास्तु पिरामिड बहुत ही लाभकारी होते है, इसके प्रभाव से उनकी बुद्धि का विकास होता है और शीघ्र पढ़ा हुआ याद हो जाता है। इस पिरामिड के प्रभाव से मानसिक शांति मिलती है, घर में नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश नहीं कर पाती। घर के बड़े-बुजुर्ग तथा अन्य सदस्यों की याददाश्त भी तेज हो जाती है।
बुरी नजर से बचाव
इस पिरामिड को घर या कार्यक्षेत्र में स्थापित करने के बाद बुरी नजर से बचाव होता है, किसी प्रकार का जादू-टोना विफल हो जाता है। जो लोग आपसे शत्रुता करते है या आपके बारे में बुरा सोचते है उनके लिए यह वास्तु पिरामिड बहुत ही कारगर सिद्ध होता है।
मानसिक शांति की प्राप्ति
वास्तु पिरामिड के प्रभाव से मानसिक शांति मिलती है। जो लोग घर-परिवार में उत्पन्न होने वाले क्लेशों से दुखी है उनको अपने घर की शांति तथा मानसिक शांति के लिए इस पिरामिड की स्थापना अवश्य अपने घर में करनी चाहिए।
मनवांछित लाभ की प्राप्ति
अगर आप व्यापार-व्यवसाय में मनवांछित सफलता पाना चाहते हो तो इस वास्तु पिरामिड की स्थापना आप अपने घर के आलावा कार्यक्षेत्र में भी कर सकते है। इसके प्रभाव से कामकाज में तरक्की होती है, लाभ सदा बना रहता है तथा व्यापार में वृद्धि के लिए किसी भी शुभ मुहूर्त में वास्तु पिरामिड लक्ष्मी के मन्त्रों से अभिमंत्रित करके घर के ईशान कोण या उत्तर दिशा में रखने से धन की बरकत होती है तथा व्यापार में दिन दुगनी रात चौगुनी तरक्की होती है।
वास्तु दोष से मुक्ति
वास्तु दोष दूर कर आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए तथा घर की बरकत के लिए घर के लोगों के अच्छे स्वास्थ्य के लिए किसी भी शुभ मुहूर्त में वास्तु पिरामिड लक्ष्मी के मन्त्रों से अभिमंत्रित करके घर के ईशान कोण या उत्तर दिशा में रखने से धन की बरकत होती है तथा घर में उपलब्ध वास्तु दोषों से हमें मुक्ति मिलती है।
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