पहला घर -: कुंडली के इस घर के प्रभाव में जातक विवाहेत्त्र संबंध बनाता है। इन्हें आजादी पसंद होती हैं एवं यह अपने जीवन को सुखमय बनाने के निए प्रयास करते हैं। स्वामी लग्न के उचित स्थान पर होने के समय इन्हें प्रसिद्धि प्राप्त होती है।
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दूसरा घर -: कुंडली के इस घर के प्रभाव में जातक अपने शत्रुओं के कारण तनाव में रहता है। यह दान-पुण्य को अधिक महत्व देते हैं। यह जातक अच्छा कमाते हैं और अपने परिवार के प्रति सारी जिम्मेदारियों का अच्छे से निर्वाह करते हैं।
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तीसरा घर -: ये जातक गणितज्ञ एवं संगीतकार बन सकते हैं। यह बहुत चतुर होते हैं एवं इनकी दो पत्नियां होती हैं। यह साहसी होते हैं।
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चौथा घर -: कुंडली के इस घर के प्रभाव में इन जातकों को अपनी माता के परिवार से जमीन-जायदाद मिलती है। इन्हें अपने माता-पिता से अत्यधिक प्रेम मिलता है एवं इनके अधिक भाई होते हैं। यह कई वाहनों के स्वामी होते हैं एवं यह स्वस्थ जीवन जीते हैं।
पांचवा घर -: यह जातक बेहद सफल व्यापारी बनते हैं एवं यह दूसरों की भी मदद करते हैं। इनके पहले बच्चे की मृत्यु संभव है। इस घर के स्वामी के उचित स्थान पर होने पर जातक को सरकारी कार्यों में लाभ होता है। पंचम स्वामी के उचित स्थान में होने की स्थिति में इन्हें सिद्धि की प्राप्ति होती है।
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छठा घर -: कुंडली के छठे घर के स्वामी के उचित स्थान में होने की स्थिति में जातक सेना में किसी ऊंचे पद पर बैठते हैं एवं चिकित्सा संस्थान से जुड़े होते हैं। हो सकता है इन पर कोई कर्ज हो जो कि लग्न स्वामी की महादशा में खत्म होने की संभावना है।
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सातवां घर -: कुंडली के सातवें घर के लग्न स्वामी का जब जातक पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है तो उसके विदेश यात्रा के योग बनते हैं। ये आत्मनिर्भर होते हैं। इनका एक से ज्यादा बार विवाह होता है। अन्यथा ये अपने ससुराल वालों की कठपुतली बनकर रह जाते हैं।
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अष्टम् घर -: इन जातकों की सीखने और पढ़ने की क्षमता अद्भुत होती है। ये काला जादू और रहस्यमय विज्ञान जैसे कार्यों में लिप्त रहते हैं। लग्न स्वामी के अपने स्थान पर होने पर जातक की अकाल मृत्यु हो सकती है।
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नवम् घर -: ये जातक अपने परिवार से अत्यंत प्रेम पाते हैं। यह उत्कृष्ट वक्ता, धार्मिक और भाग्यशाली होते हैं। इस घर के स्वामी के अपने स्थान पर होने पर जातक को पैतृक संपत्ति मिलने के योग बनते हैं।
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दसवां घर -: यह जातक सफलता पाते हैं और अत्यंत प्रसिद्ध होते हैं। यदि यह अपना करियर क्षेत्र खुद चुनते हैं तो इन्हें उसमें सम्मान और सफलता प्राप्त होती है एवं यह एक अच्छे व्यापारी बनते हैं।
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ग्यारहवां घर -: यह जो भी काम करते हैं इन्हे उसमें सफलता और प्रसिद्धि मिलती है।
बारहवां घर -: यह जातक दूसरों की सेवा करना पसंद करते हैं। इनका जीवन का लक्ष्य दूसरों के जीवन को बेहतर बनाना होता है। इन्हें आर्थिक हानि हो सकती है एवं ऐसी स्थिति में यह तीर्थयात्रा पर निकल सकते हैं।
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