लहसुनिया केतु का रत्न है, जो दिखने में बेहद चमकीला होता है। इसे अंग्रेजी में Cat’s Eye Stone कहते हैं। जिन लोगों की कुंडली में केतु नीच स्थान में बैठा हो या आपको केतु के कारण जीवन में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा हो तो आपको लहसुनिया रत्न पहनने की सलाह दी जाती है। केतु को बलशाली बनाने के लिए ही लहसुनिया धारण किया जाता है, कोई अनचाहा ड़र आपको परेशान कर रहा हो तो वह भी दूर करता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस ख़ास रत्न को धारण कर लेने से जातक केतु के बुरे प्रभाव से आसानी से बच सकते है और जो लोग जीवन में कठिन दौर से गुजर रहे है, उनके कष्ट भी इस रत्न के प्रभाव से मिट जाते है। लहसुनिया रत्न को धारण करने से जीवन में बहुत मजबूती मिलती है।
अभी अभिमंत्रित लहसुनिया आर्डर करें
लहसुनिया रत्न के लाभ
1-पीड़ित केतु ग्रह की शांति के लिए
अगर आप पीड़ित केतु ग्रह को शांत करना चाहते हैं तो अवश्य ही लहसुनिया धारण करना चाहिए। यह एकमेव ऐसा रत्न है, केतु के प्रकोप से आपका बचाव करता है, इसलिए देर न करते हुए जीवन में सुख-शांति और सकारात्मकता लाने के लिए यह रत्न धारण करे।
2-शिक्षा प्राप्ति में सहायक
जो छात्र पढाई-लिखाई में कमजोर होते है या जिनका मन पढने में नहीं लगता उनके लिए यह कवच ढाल की तरह यह रत्न काम करता है, अतः छात्रों को अच्छी शिक्षा ग्रहण करने के लिए तथा मन में एकाग्रता लाने के लिए यह लहसुनिया अवश्य और शीघ्र ही धारण कर लेना चाहिए।
अगर लहसुनिया रत्न रास आ जाए तो तर्क बुद्धि, ज्ञान वैराग्य और कल्पना की गजब शक्ति मिलती है। मानसिक अवसाद, बेवजह का वहम और डर दूर होता है।
3-प्रगति में सहायक
जो जातक जीवन में व्यवसाय या अन्य किसी क्षेत्र में अच्छी प्रगति कर जीवन सुखद बनाना चाहता है उनको लहसुनिया रत्न अवश्य धारण करना चाहिए। इसको धारण करने से व्यक्ति की प्रगति में कोई बाधा नहीं आती और वह समुद्र के समान विशालता और निरंतर चलने वाले गुण से बहुत नाम और धन प्राप्त करता है।
4-शारीरिक और मानसिक बीमारी में उत्तम
यह रत्न केतु के अशुभ प्रभाव से हमारी रक्षा करता हैं, शरीर में ताकत को बढ़ाता है और जैविक क्रियाओं को बेहतर कर स्वास्थ्य अच्छा करता है। इसको धारण करने से मानसिक तनाव से मुक्ति मिलती है। मन शांत रहता है और कई प्रकार की शारीरिक और मानसिक बीमारी से भी राहत मिलती है।
अभी अभिमंत्रित लहसुनिया आर्डर करें
5-आत्मबल और साहस में वृद्धि
इस रत्न को धारण करने से आत्मबल में वृद्धि होती है और कमजोर से कमजोर व्यक्ति भी बलशाली बन जाता है, डर का खात्मा हो जाता है। इस रत्न के प्रभाव से कभी भी किसी की बुरी नजर नही लगती तथा बुरे सपने नहीं सताते और न ही किसी से भय लगता है, आप स्वयं को बलशाली महसूस करते है।
6-दुःख, दरिद्रता से छुटकारा
जीवन में उत्पन्न दुःख, दरिद्रता से छुटकारा मिलता है और व्यक्ति अच्छा जीवन व्यतीत करता है। केतु के दुष्प्रभावों से मुक्ति मिलती है और केतु अपना रौद्र रूप न दिखाकर व्यक्ति के जीवन में सुख- सम्पन्नता लाता है। लहसुनिया राजनीति में पद-प्रतिष्ठा दिलाता है और व्यक्ति धन-संपत्ति प्राप्त करता है।
किस अंगूली में धारण करें
इस रत्न को सीधे हाथ की कनिष्ठा अंगूली में धारण करना चाहिए। यह रत्न कम से कम 5 रत्ति का अवश्य होना चाहिए, इस रत्न को धारण करने से पहले केतु के बीज मन्त्र द्वारा इस रत्न को अभिमंत्रित जरुर करना चाहिए, ताकि इसके शुभ फल जल्दी जातक को मिले।
संबंधित अधिक जानकारी और दैनिक राशिफल पढने के लिए आप हमारे फेसबुक पेज को Like और Follow करें : Astrologer on Facebook
अभी अभिमंत्रित लहसुनिया आर्डर करें
The post केतु के बुरे प्रभाव से बचने के लिए धारण करें, लहसुनिया appeared first on AstroVidhi.