Quantcast
Channel: AstroVidhi
Viewing all articles
Browse latest Browse all 2075

कुंडली के मातृ भाव में क्या होता है ग्रहों का प्रभाव

$
0
0

पहला घर -: जातक ग्रहों के प्रभाव में रहता है। कुंडली (Kundali) के ग्रह प्रबल हों तो जातक को समृद्धि मिलती है, वहीं ग्रह की सामान्‍य दशा होने पर जातक को औसत लाभ होता है एवं ग्रहों की कमजोर स्थिति जातक को गरीब बना देती है। जातक को सार्वजनिक रूप से बात करने में झिझक महसूस होती है। वह बुद्धिमान होता है।

पैसा कमाने की इच्‍छा रखने वाले लोग करें इनका पूजन

दूसरा घर -: इन्‍हें अपनी माता के परिजनों से धन लाभ होता है। वह साहसी, सुखी और भाग्‍यशाली होते हैं। यह अत्‍यधिक फिजूलखर्चा करते हैं।

देवी लक्ष्‍मी की कृपा पाने हेतु रखें महालक्ष्‍मी यंत्र

तीसरा घर -: यह जातक अपनी सौतेली माता एवं भाई से परेशान रहते हैं। यह दयालु एवं सैद्धांतिक होते हैं। यह अपनी किस्‍मत खुद बनाते हैं एवं इनका स्‍वास्‍थ्‍य ज्‍यादातर खराब ही रहता है।

सूर्य की कृपा पाने के लिए पहनें सूर्य यंत्र ताबीज़

चौथा घर -: इन जातकों को समृद्धि और सम्‍मान मिलता है। यह धार्मिक और परंपरागत होते हैं।

अभी करें ऑर्डर वास्‍तुदोष निवारण्‍ा यंत्र

पांचवा घर-: यह भगवान विष्‍णु के उपासक होते हैं और सभी को प्रेम करते हैं। इनकी माता सम्‍मानित परिवार से होती हैं।

Get your Government Job Report 

छठा घर -: यह जातक धोखेबाज और कपटी होता है। इनमें कई बुराईयां होती हैं।

शनि को शांत करने के स्‍थापित करें ये यंंत्र

सातवां घर -: कुंडली (Kundali) में इस घर के चिह्न पर ही जातक का निवास स्‍थान निर्भर करता है। गतिशील चिह्न होने की स्‍थिति में जातक को अपने घर से दूर जाकर काम करना पड़ता है। इनके पास अत्‍यधिक जमीन-जायदाद होती है और यह सुखमय जीवन बिताते हैं।

शनि यंत्र ताबीज़ पहनने से शनि देव होंगें प्रसन्‍न

अष्‍टम् घर -: इनमें प्रजनन क्षमता बहुत कम होती है। इनके पिता की अल्‍पायु होती है। ये अत्‍यधिक तनाव में रहते हैं, संपत्ति का नुकसान और कानूनी मामलों में फंसे रहते हैं।

मंगल दोष के निवारण के लिए इसे घर में स्‍थापित करेंं

नवम् घर -: कुंडली (Kundali) के नवम भाव में मारक भाव हो तो जातक और उनके पिता के पास संपत्ति, सम्‍मान और प्रतिष्‍ठा होती है। इन्‍हें हर तरह से लाभ होता है।

जानें गुरु गोचर का क्‍या होगा आपके ऊपर प्रभाव

दसवां घर -: कुंडली (Kundali) के चौथे घर के स्‍वामी के प्रभावित होने पर जातक की प्रतिष्‍ठा का ह्रास होता है। इन्‍हें राजनीतिक सफलता मिलती है।

Ask a Question

ग्‍यारहवां घर -: इन जातकों की माता अत्‍यंत सुख देती हैं, सौतेली मां के होने पर भी इन जातकों को समान प्रेम ही मिलता है। यह दयालु होते हैं। इनकी सेहत बिगड़ी रहती है एवं यह केवल अपने लिए कमाते हैं।

अपनी निशुल्क कुण्डली निकालें

बारहवां घर -: इनका जीवन गरीबी और दुखों में बीतता है। इनकी माता की अल्‍पायु होती है।

The post कुंडली के मातृ भाव में क्या होता है ग्रहों का प्रभाव appeared first on AstroVidhi.


Viewing all articles
Browse latest Browse all 2075

Trending Articles